मिशन दिल्ली 23-24 नवम्बर
साथियों
अब शान्त बैठने का समय नहीं रह गया है।एक एक बूंद से सागर भरता है और एक एक दिन के संघर्ष से सफलता मिलती है।कैरियर का अन्तिम लक्ष्य बनाकर लडा जायेगा तभी सफलता हाथ लगेगी।अगर चुप बैठे तो अब अस्तित्व के खतरे में आने की बारी है।दिल्ली मे केन्द्र सरकार को यह एहसास कराना होगा कि सत्ता का कोई भी रास्ता हमसे होकर के ही गुजरेगा। साथियों बिना रोये तो छोटा बच्चा दूध तक नहीं पाता है तो यह तो अधिकार की लड़ाई है।इसे आपको स्वयं लडना पड़ेगा।घर बैठकर सोशल मीडिया पर धरना प्रदर्शन या किसी भी संघर्ष का पोस्टमार्टम करके डिबेट करने वाले गैर जिम्मेदार साथियों से भी अनुरोध है कि अब अपनी जिम्मेदारी समझिये नहीं तो कहीं ऐसा ना हो कि कुछ दिन बाद लोग आपके ही उपर डिबेट करना शुरू कर दें।आइए आप,हम और हम सब मिलकर दिल्ली में एक जोरदार और जबर्दस्त धरना देकर केन्द्र की सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराते हुए अपनी मांगों को मानने के लिए बाध्य कर दें।हमें किसी से भीख नहीं बल्कि हमारा अधिकार चाहिए।और उसे तो सरकार देना ही पडेगा।क्योंकि हम उसे लेने की क्षमता भी रखते हैं।
जय अनुदेशक परिवार
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
9936451852
साथियों
अब शान्त बैठने का समय नहीं रह गया है।एक एक बूंद से सागर भरता है और एक एक दिन के संघर्ष से सफलता मिलती है।कैरियर का अन्तिम लक्ष्य बनाकर लडा जायेगा तभी सफलता हाथ लगेगी।अगर चुप बैठे तो अब अस्तित्व के खतरे में आने की बारी है।दिल्ली मे केन्द्र सरकार को यह एहसास कराना होगा कि सत्ता का कोई भी रास्ता हमसे होकर के ही गुजरेगा। साथियों बिना रोये तो छोटा बच्चा दूध तक नहीं पाता है तो यह तो अधिकार की लड़ाई है।इसे आपको स्वयं लडना पड़ेगा।घर बैठकर सोशल मीडिया पर धरना प्रदर्शन या किसी भी संघर्ष का पोस्टमार्टम करके डिबेट करने वाले गैर जिम्मेदार साथियों से भी अनुरोध है कि अब अपनी जिम्मेदारी समझिये नहीं तो कहीं ऐसा ना हो कि कुछ दिन बाद लोग आपके ही उपर डिबेट करना शुरू कर दें।आइए आप,हम और हम सब मिलकर दिल्ली में एक जोरदार और जबर्दस्त धरना देकर केन्द्र की सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराते हुए अपनी मांगों को मानने के लिए बाध्य कर दें।हमें किसी से भीख नहीं बल्कि हमारा अधिकार चाहिए।और उसे तो सरकार देना ही पडेगा।क्योंकि हम उसे लेने की क्षमता भी रखते हैं।
जय अनुदेशक परिवार
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
9936451852