कानपुर,संवाददाता : प्राथमिक स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने को जिला प्रशासन अब विशेष कवायद में जुट गया है। कोशिश हो रही है कि विजन कानुपर के तहत कंपनियों के सीएसआर फंड से पांच प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की जाए। इसके लिए वहां इंटरनेट की व्यवस्था की जाएगी और ऑडियो विजुवल क्लिपिंग,एलईडी व कंप्यूटर के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाएगा। छात्रों को यूनीफार्म वितरण किया जाना है। यूनिफार्म की सिलाई डूडा में पंजीकृत महिला समूहों से कराई जाएगी ताकिमहिलाओं को रोजगार मिल सके। जिन बच्चों ने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी है उनकी सूची बनाई जाएगी और फिर उन्हें स्कूल लाने की कोशिश होगी। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति, उनके शिक्षा के स्तर को देखा जाएगा। उसी आधार पर शिक्षकों को ए , बी और सी ग्रेड बनाकर ग्रेडिंग दी जाएगी और उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
ग्रेडिंग देने का काम एबीएसए करेंगे। बैठक में जिला प्रशासन के आला अफसरोंके साथ ही मुख्य विकास अधिकारी, बीएसए विष्णु प्रताप सिंह उपस्थित रहे।भोजन की गुणवत्ता जांचेगी टास्कफोर्सकानपुर : प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को दिए जाने वाले मिडडे मील की गुणवत्ता, मेन्यू टास्कफोर्स जांचेगी।टास्कफोर्स में जिला और ब्लॉक स्तर के अधिकारी शामिल रहेंगे। कमी मिलने पर उसकी रिपोर्ट बीएसए को सौंपेगी। अबमिडडे मील से जुड़ी शिकायतों की जांच टास्काफोर्स ही करेगी।
डायनिंग सेट पर खाना खाएंगे बच्चे :
कानपुर : ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चे जमीन या दरी पर बैठकर खानानहीं खाएंगे। अब वे विद्यालय में डायनिंग सेट पर भोजन करेंगे। इसकी पहल सीडीओ शंभू कुमार ने की है। फिलहाल यह योजना कुछ स्कूलों में लागू की जाएगी। जल्द ही निर्माण शुरू होगा। विद्यालय परिसर में जहां डायनिंग सेट बनेगा वहां बच्चों के लिए पक्की टेबल (सीमेंटेड) होंगी। साथ ही ऊपरी हिस्सा पूरी तरह टीनशेड से ढका होगा। पास में ही पानी पीने की व्यवस्था होगी।